दिल्ली : टाटा ग्रुप (Tata Group) उत्तर प्रदेश पर मेहरबान है। कंपनी वहां हजारों करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। इसी क्रम में टाटा संस (Tata Sons) के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन की कल लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। बताया जाता है कि इस बैठक के दौरान यूपी में टाटा ग्रुप की विभिन्न कंपनियों के निवेश से जुड़े फैसले हुए। इनमें पावर प्लांट, मोटर व्हीकल प्लांट में विस्तार और 60 होटलों का निर्माण शामिल है। इसमें हजारों करोड़ रुपये का निवेश होगा। हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि कुल कितने का निवेश होगा।
आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में टाटा ग्रुप का कार्यकलाप बढ़ रहा है। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। इस दौरान राज्य में ग्रुप की तरफ से हजारों करोड़ रुपये के निवेश की जानकारी दी गई।
यूपी में ताज ग्रुप के 60 नए होटल
इस बैठक के दौरान टाटा संस के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री को बताया कि ताज (Taj Hotel), सिलेक्शन्स और विवांता जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड्स के 30 होटलों का निर्माण कार्य प्रदेश में वर्तमान में प्रगति पर है। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में 1900 लक्ज़री होटल रूम्स बढ़ जाएंगे। इसके अतिरिक्त, साल 2026 तक 30 नए होटल निर्माण की योजना पर भी कार्य चल रहा है।
नोएडा बनेगा टाटा का कॉर्पोरेट हब
मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के शहर नोएडा को टाटा ग्रुप अपना कार्पोरेट हब के रूप में विकसित करेगा। वहां ग्रुप इस समय चार से पांच बिल्डिंग्स का कंस्ट्रक्शन कर रहा है। इसे चरणबद्ध तरीके से बनाया जा रहा है और दिसंबर 2026 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके पूरा हो जाने के बाद नोएडा टाटा का कॉमर्शियल एवं कॉर्पोरेट हब बन जाएगा। इसके अलावा ग्रुप इस शहर में एक स्टेट ऑफ दि आर्ट सिग्नेचर होटल भी विकसित कर रहा है।
स्टेट ऑफ दि आर्ट सिग्नेचर होटल
मुख्यमंत्री से हुई बैठक में एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि नोएडा में टाटा समूह का एक स्टेट ऑफ आर्ट सिग्नेचर होटल भी प्रस्तावित है। जिससे उत्तर प्रदेश भारत के सबसे तेज गति से विकास करने वाले हॉस्पिटैलिटी मार्केट के रूप में उभर कर आएगा। इसके अतिरिक्त, टाटा ग्रुप के सहयोग से अयोध्या में प्रस्तावित ‘म्यूज़ियम ऑफ टेम्पल’ परियोजना के निर्माण कार्य के पहले चरण को जनवरी 2027 तक पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया गया। इस संग्रहालय में अत्याधुनिक तकनीक आधारित डिस्प्ले विकसित किए जा रहे हैं, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक विशिष्ट आकर्षण केंद्र होंगे। यह भी तय हुआ कि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में मानसी गंगा कुंड, श्याम कुंड, राधा कुंड, अष्टकाशी कुंड, नारी सेमरी कुंड, गरुड़ गोविंद कुंड, कृष्ण कुंड सहित आठ प्रमुख कुंडों के जीर्णोद्धार तथा प्रदेश के प्रमुख गंगा घाटों की स्वच्छता एवं संरक्षण के कार्यों में भी टाटा समूह द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
दो नए पावर प्लांट
टाटा ग्रुप ने यह भी कंफर्म किया कि यूपी के बुंदेलखंड और प्रयागराज में 50 मेगावाट के दो नए सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। इससे राज्य में रिन्यूवल एनर्जी के उत्पादन मे बढ़ोतरी होगी। इसी के साथ राज्य के 75 जिलों में रूफ टॉप सोलर सॉल्यूशन लगाने की भी गति को बढ़ाया जाएगा।
मोटर व्हीकल का बढ़ेगा निर्माण
टाटा ग्रुप का लखनऊ में पहले से ही एक मोटर व्हीकल मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट है। अब टाटा संस ने उत्तर प्रदेश में इस फुटप्रिंट को बढ़ाने का मन बनाया है। इसमें उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मैन्यूफैक्चरिंग का एक अलग प्लांट का निर्माण भी शामिल है। ईवी में इलेक्ट्रिक कार के नए मॉडल का निर्माण, इलेक्ट्रिक बस और ईवी इकोसिस्टम का डेवलपमेंट भी शामिल है।
