सरायकेला : चांडिल वन क्षेत्र के अंतर्गत नीमडीह थाना के चातरमा गांव की जंगल‑तराई में एक जंगली ट्रस्कर हाथी दलदल में फँसा हुआ है। वन विभाग की टीम ने पहले ही हाथी का उपचार शुरू कर दिया था, लेकिन बीते दिनों वह अत्यधिक भूख और कमजोरी के कारण धान के खेत की कीचड़ में गिर गया और उठ नहीं पा रहा था।
आज सुबह ग्रामीणों ने हाथी को खेत में तड़पते देखा और तुरंत चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी को सूचना दी। अधिकारी मौके पर पहुँचे और हाथी को उठाने के प्रयास जारी हैं।
हाथी अभी भी जीवित है, लेकिन अत्यधिक थकान और निर्जलीकरण के कारण उसकी हालत नाज़ुक बताई जा रही है। वन विभाग की टीम, स्थानीय पशु चिकित्सकों और ग्रामीणों की मदद से हाथी को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रही है।
इस क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में हाथियों के झुंड के कारण फसल को नुकसान और मानव‑हाथी संघर्ष की कई घटनाएँ सामने आई हैं। पिछले माह चांडिल वन क्षेत्र में एक घायल हाथी का चार दिन तक इलाज किया गया था ।
ग्रामीणों ने बताया, “ कई बार हाथी को बचाने की कोशिश की, लेकिन कीचड़ में फँसने के बाद उसकी ताकत पूरी तरह खत्म हो गई थी।
वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि हाथी को बचाने के लिए सभी आवश्यक संसाधन लगाए जा रहे हैं और जल्द ही उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा।
